नई दिल्ली: तकनीकी खामियों और परिचालन संबंधी दिक्कतों के कारण पिछले दिनों गंभीर संकट से जूझ रही इंडिगो एयरलाइंस अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटती दिख रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने रविवार को ताजा अपडेट जारी करते हुए बताया कि एयरलाइंस ने अब तक प्रभावित यात्रियों को कुल ₹610 करोड़ का रिफंड जारी कर दिया है और 3000 से अधिक यात्रियों के गुम हुए सामान (बैग) को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है।
उड़ानों की संख्या में तेजी से सुधार
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो की परिचालन क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उड़ानों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जो इस बात का संकेत है कि एयरलाइंस ने अपनी तकनीकी और मैनपावर संबंधी समस्याओं को काफी हद तक हल कर लिया है:
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने भी अपने कर्मचारियों को भेजे एक आंतरिक मेल में इस सकारात्मक प्रगति की पुष्टि की है। उन्होंने उल्लेख किया कि एयरलाइन के ऑन टाइम परफॉर्मेंस (OTP) में जबरदस्त सुधार हुआ है, जो शनिवार को लगभग 30% था, वह अब सुधरकर करीब 75% तक पहुंच गया है। सीईओ ने विश्वास जताया कि एयरलाइन इस संकट से उबरकर 'और भी मजबूत बनकर उभरेगी।'
सरकार ने जारी किए थे कड़े निर्देश
यह सुधार तब आया है जब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को कड़े निर्देश दिए थे। सरकार ने एयरलाइंस को स्पष्ट आदेश दिया था कि:
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संकट से प्रभावित सभी यात्रियों को 48 घंटों के भीतर पूरा रिफंड दिया जाए।
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लापता हुए सामान (Missing Baggage) को प्राथमिकता के आधार पर यात्रियों के घर तक पहुंचाया जाए।
मंत्रालय ने यह चेतावनी भी दी थी कि यदि इन आदेशों का अनुपालन नहीं किया गया, तो एयरलाइंस के खिलाफ कड़ी नियामक कार्रवाई की जाएगी।
मनमानी किराए पर लगी थी कैपिंग
इंडिगो में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण हजारों यात्री देशभर के हवाई अड्डों पर फंस गए थे। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए कई अन्य एयरलाइंस ने मनमाने ढंग से किराया बढ़ाकर यात्रियों से कई गुना अधिक वसूली शुरू कर दी थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सरकार ने तुरंत हस्तक्षेप किया और यात्रियों को लूट से बचाने के लिए किराये पर कैपिंग (Caping) लगा दी। सरकार द्वारा निर्धारित अधिकतम किराया सीमा इस प्रकार थी:
| दूरी सीमा (किलोमीटर) |
अधिकतम किराया (रुपये) |
| 500 तक |
₹7,500 |
| 500 से 1000 तक |
₹12,000 |
| 1000 से 1500 तक |
₹15,000 |
| 1500 किलोमीटर से ज्यादा |
₹18,000 |
सरकार के इस कदम से यात्रियों को बड़ी राहत मिली, जबकि इंडिगो प्रबंधन अब तेजी से परिचालन बहाल करने और यात्री विश्वास को दोबारा जीतने की कोशिश में जुटा है।